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अगस्त, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सांसद निधि

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सांसद निधि में आदर्श ग्राम के नाम पर जारी होने वाले करोड़ों रुपयों का दुरुपयोग जिस प्रकार सांसदों द्वारा किया जा रहा है यह चिंता का विषय है हकीकत यह है कि सांसद जी का आदर्श गांव आदर्श तो छोड़िए सामान्य गांव भी ना हो सका हालत जस की तस है सांसद निधि में क्षेत्रों के विकास के नाम पर जारी होने वाली रकम #2_करोड़ से बढ़ाकर #5_करोड़ कर दी गई लेकिन संसदीय क्षेत्रों की दशा नहीं बदली बुनियादी ढांचा आज भी जस का तस है फिर करोड़ रुपयों के बेजा बजट की क्या आवश्यकता सरकार को इस पर विचार कर इसे बंद कर देना चाहिए

देशभक्ति

देशभक्ति क्या यह भावना दिन विशेष की मोहताज है जी नहीं तो फिर क्या है देशभक्ति देशभक्ति का अर्थ यह नहीं कि आप प्रभात फेरी का हिस्सा ही बनिए बल्कि देशभक्ति वह है जो अगली सुबह सड़क के किनारे पड़े झंडे को उठाकर किसी उचित स्थान पर रख दीजिए कहीं आप जा रहें हो और यदि कोई टोटी खुली हो तो उसे बंद कर दीजिए  किसी बेसहारे व्यक्ति का यथोचित सहयोग कर दीजिए अपने कर्तव्य का राष्ट्र एवं परिवार के प्रति निर्वाहन स्वच्छता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर भी आप देशभक्ति का प्रदर्शन कर सकते हैं देशभक्ति के इस जज्बे को दिन विशेष का मोहताज मत बनाइए बल्कि इसे जीवंत रखिए अपने ह्रदय में #सत्येन्द्र_शुक्ला की ओर से स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं जय हिंद 🚩 राम ही राम 🚩 वंदेमातरम् 🇮🇳भारत माता की जय 🇮🇳

सैन्य सेवा से युवाओं का मोहभंग

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रक्षामंत्री द्वारा सदन में प्रस्तुत आकड़ों के अनुसार तीनो सशस्त्र बल में करीब 52000 पद रिक्त हैं ये आकड़े ना सिर्फ चिंताजनक हैं बल्कि गंभीर भी हैं सबसे अधिक युवाओं की संख्या वाले देश में यदि युवाओं का सैन्य सेवा के प्रति झुकाव कम हो तो यह विचारणीय तथ्य है सरकार और राष्ट्र दोनों के लिए इसमें सुधार के लिए आवश्यक है कि सैन्य सेवाओं की शर्तें अन्य क्षेत्रों से बेहतर और युवाओं की रुचि के अनुरूप हो। सामाजिक संरचना में हो रहे बदलाव के साथ सैन्य मानदंडो में भी बदलाव की आवश्यकता है युवाओं के देश में सेनाबल की कमी ना सिर्फ चिंतनीय बल्कि निंदनीय भी है

झूठे लोग

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विचारणीय तथ्य जैसे जैसे लोकसभा चुनाव करीब आएगा वैसे ही कृपापात्री का राजनीति करने वाले क्षेत्रिय छुटभैया नेता मंगनी गाड़ी और चंदे के पैसे से अपनी आधारहीन राजनीति शुरू कर देंगे अचानक आमजनो से इनका लगाव बढ़ेगा और ऐसे लोगों को इनके समूह में विशेष स्थान मिलेगा जो पैसों से मजबूत होंगें तथा जिनके पास चौपहिया वाहन होगें हो भी क्यों ना आखिर चुनाव में पैसा और गाड़ी दोनों की ही जरूरत होगी इस तरह के खास लोग आपको किसी भी चौराहे पर मिल जाएंगे चुनाव तक ये आपसे काफी मधुरता से मिलेंगे वक्त का तकाजा ही कुछ ऐसा होगा बाढ़ सी आएगी ऐसे लोगों की जो आपको विश्वास दिलाएंगे कि उनसे बड़ा दोस्त आपका और कोई हो ही नहीं सकता मगर दोस्ती के विश्वास की उम्र उतनी ही होगी जितना की चुनाव की ऐसे लोग हर आम आदमी के जीवन से कहीं ना कहीं जुड़े होते हैं ये क्षणिक स्वार्थ के लिए आपके अजीज बनते हैं वास्तविक जीवन में कभी ना कभी किसी मोड़ पर ऐसे लोग मिल ही जाते हैं वक्त रहते यदि ऐसे छद्म लोगों को आप नहीं पहचान लेते हैं तो स्वयं का नुकसान करते हैं पोस्ट काल्पनिक है मगर पात्र वास्तविक 🚩 राम ही राम 🚩